Sunday, February 28, 2021

!!B TV9NEWS!! छेडछाड व मारपीट करने के आरोप में 03 अभियुक्त गिरफ्तार

🔸गिरफ्तार अभियुक्त
01. सुशील कुमार वर्मा पुत्र रामकुमार वर्मा निवासी मछली बाजार थाना कोतवाली मनकापुर जनपद गोण्डा 
02. शिव प्रसाद पुत्र विजय प्रताप दुबे निवासी मछली बाजार थाना कोतवाली मनकापुर जनपद गोण्डा। 
03. कृष्ण कुमार उर्फ मोनू पुत्र लालबच्चा निवासी मछली बाजार थाना कोतवाली मनकापुर जनपद गोण्डा। 
*🔸पंजीकृत अभियोग-*
01. मु0अ0सं0-58/2021, धारा 323,504,506,354 भादवि व 7/8 पास्को एक्ट व 3(1)(द)(ध)(ब) एससी एसटी एक्ट थाना को० मनकापुर जनपद गोण्डा।

🔸संक्षिप्त विवरण
दिनांक 19.02.2021 को उक्त अभियुक्तगणों ने आपसी विवाद के चलते वादी अजय कुमार पुत्र सुबेदार नि0 दुबौली रामचरण थाना को0 मनकापुर जनपद गोण्डा व उसकी बहन को गाली-गुप्ता देते हुए मारपीटा था तथा उसकी बहन के साथ छेडखानी भी की थी। जिसके सम्बन्ध में वादी द्वारा थाना मनकापुर में उक्त अभियुक्तों के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया था। जिसमें मनकापुर पुलिस ने कार्यवाही करते हुए उक्त आरोपी अभियुक्तों को उनके घर से गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय रवाना कर दिया गया।

🔸गिरफ्तारकर्ता टीमः-
01. उ0नि0 डिग्री प्रसाद गौतम।
02. उ0नि0 संजीव कुमार वर्मा। 
03. हे0का0 राजबहादुर यादव।
04. हे0का0 विनय सिंह। 
05. का0 अखिलेश कुमार I 
गोंडा ब्यूरो संवाददाता !!B Tv9news!!

Friday, February 26, 2021

!!Btv9 NEWS!! समझिए आचार संहिता का पूरा गणित, क्यों और कब होती है लागू

आचार संहिता चुनावों की घोषणा होते ही लागू कर दी जाती है। इसके बारे में तो आपने कई बार सुना होगा कि आचार संहिता लागू कर दी गई है लेकिन ये कब और क्यों लागू की जाती है। यह एक बड़ा सवाल है। आचार संहिता चुनाव की तारीख की घोषणा होने के साथ लागू हो जाती है और नतीजे आने तक जारी रहती है।
भारतीय चुनावों का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माने जाने वाली आचार संहिता चुनाव समिति द्वारा बनाया गया वो दिशानिर्देश होता है जिसे सभी राजनीतिक पार्टियों को मानना होता है। ये दिशानिर्देश यानि आचार संहिता देश की सभी राजनीतिक पार्टियों पर लागू किया जाता है। जिसका उद्देश्य पार्टियों के बीच मतभेद टालने, शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव कराना होता है।  आचार संहिता द्वारा ये सुनिश्चित किया जाता है कि कोई भी राजनीतिक पार्टी, केंद्रीय या राज्य की अपने आधिकारिक पदों का चुनावों में लाभ हेतु गलत इस्तेमाल न करें। 
चुनाव आचार संहिता का मतलब है चुनाव आयोग के वे निर्देश जिनका पालन चुनाव खत्म होने तक हर पार्टी और उसके उम्मीदवार को करना होता है। अगर कोई उम्मीदवार इन नियमों का पालन नहीं करता तो चुनाव आयोग उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकता है, उसे चुनाव लड़ने से रोका जा सकता है, उम्मीदवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो सकती है और दोषी पाए जाने पर उसे जेल भी जाना पड़ सकता है।

राज्यों में चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही उस राज्य में चुनाव आचार संहिता भी लागू हो जाती है। चुनाव आचार संहिता के लागू होते ही प्रदेश सरकार और प्रशासन पर कई अंकुश लग जाते हैं। सरकारी कर्मचारी चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक निर्वाचन आयोग के कर्मचारी बन जाते हैं। वे आयोग के मातहत रहकर उसके दिशा-निर्देश पर काम करते हैं।
यहां महत्वपूर्ण हो जाता है यह जानना भी कि आचार संहिता लागू होते ही प्रदेश का मुख्यमंत्री या मंत्री जनता के लिए कोई घोषणा नहीं कर सकते हैं। इस दौरान राज्य में न तो शिलान्यास किया जाता है न लोकार्पण और न ही भूमिपूजन।

इस दौरान सरकारी खर्च से ऐसा आयोजन नहीं किया जाता है जिससे किसी भी दल विशेष को लाभ पहुंचता हो। राजनीतिक दलों के आचरण और क्रियाकलापों पर नजर रखने के लिए चुनाव आयोग पर्यवेक्षक नियुक्त करता है।

वर्ष 2000 में केंद्रीय सरकार और चुनाव समिति के बीच आचार संहिता को लेकर काफी बहस हुई। केंद्र सरकार चुनाव की तारीख की घोषणा होते ही आचार संहिता लागू होने के चुनाव समिति के फैसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी गयी।

सरकार का कहना था की औपचारिक अधिसूचना के बाद ही आचार संहिता लागू की जाये। चुनाव समिति ने मामले को सुलझाने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों को एकत्रित किया और बाद में भाजपा समेत देश की सभी राजनीतिक पार्टियों ने आचार संहिता का समर्थन किया और तभी से चुनाव की तारीख घोषित किए जाने के साथ ही देश और राज्य में आचार संहिता लागू कर दी जाती है। 
राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशी अपने प्रतिद्वंदी दलों के निजी जीवन का सम्मान करें और उनके घर के सामने किसी प्रकार का रोड शो या प्रदर्शन करके उन्हें परेशान न करें।
चुनाव प्रचार के दौरान कोई भी राजनीतिक पार्टी और उनके प्रत्याशियों को लाउड स्पीकर इस्तेमाल करने से पहले स्थानीय अधिकारीयों से अनुमति लेना अनिवार्य होता है। किसी प्रकार के अभियान से पहले प्रत्याशी स्थानीय पुलिस को जरूर सूचित करें ताकि सुरक्षा के इंतजाम किये जा सकें।
राजनीतिक दलों को यह ध्यान रखना होता है कि उनके द्वारा आयोजित रैलियों और रोड शो से यातायात प्रभावित नहीं होना चाहिए।
आचार संहिता का सबसे महत्वपूर्ण निर्देश है की प्रत्याशी किसी भी कीमत पर मतदाताओं किसी प्रकार का प्रलोभन नहीं दे सकते हैं। अक्सर प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं को शराब वितरण और पैसे सहित गई प्रकार के उपहार देने की बात सामने आती है। वह करना पूरी तरह से वर्जित है। 
आचार संहिता के अनुसार सार्वजानिक स्थान जैसे सरकारी सराय, मीटिंग मैदान और हेलिपैड आदि सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के बीच बराबरी में उपयोग किया जाए। उस पर एकाधिकार न जताया जाए।
चुनाव के दिन प्रत्याशी अपने राजनीतिक दल का चिन्ह पोलिंग बूथ के आस-पास नहीं दिखा सकते। चुनाव समिति द्वारा दिए गए वैद्य पास के बगैर कोई भी बूथ में नहीं घुस सकता। 
चुनाव बूथ के पास एक व्यक्ति ऐसा होगा जिसके पास किसी प्रकार की शिकायत की जानकारी दी जा सकती है। 
शासक दल के मंत्री खास तौर पर किसी भी अधिकारी की नियुक्ति नहीं कर सकते जो मतदाताओं को उनके दल को मत देने की और प्रभावित करे।
ब्यूरो चीफ - गोंडा  

Saturday, February 20, 2021

भारत के बारे में रोचक तथ्य

भारत के बारे में रोचक तथ्‍य

  • भारत ने अपने आखिरी 100000 वर्षों के इतिहास में किसी भी देश पर हमला नहीं किया है।
  • जब कई संस्कृतियों में 5000 साल पहले घुमंतू वनवासी थे, तब भारतीयों ने सिंधु घाटी (सिंधु घाटी सभ्यता) में हड़प्पा संस्कृति की स्थापना की।
  • भारत का अंग्रेजी में नाम ‘इंडिया’ इं‍डस नदी से बना है, जिसके आस पास की घाटी में आरंभिक सभ्‍यताएं निवास करती थी। आर्य पूजकों में इस इंडस नदी को सिंधु कहा।
  • ईरान से आए आक्रमणकारियों ने सिंधु को हिंदु की तरह प्रयोग किया। ‘हिंदुस्तान’ नाम सिंधु और हिंदु का संयोजन है, जो कि हिंदुओं की भूमि के संदर्भ में प्रयुक्त होता है।
  • शतरंज की खोज भारत में की गई थी।
  • बीज गणित, त्रिकोण मिति और कलन का अध्‍ययन भारत में ही आरंभ हुआ था।
  • 'स्‍थान मूल्‍य प्रणाली' और 'दशमलव प्रणाली' का विकास भारत में 100 बी सी में हुआ था।
  • विश्‍व का प्रथम ग्रेनाइट मंदिर तमिलनाडु के तंजौर में बृहदेश्‍वर मंदिर है। इस मंदिर के शिखर ग्रेनाइट के 80 टन के टुकड़ों से बने हैं। यह भव्‍य मंदिर राजाराज चोल के राज्‍य के दौरान केवल 5 वर्ष की अवधि में (1004 ए डी और 1009 ए डी के दौरान) निर्मित किया गया था।
  • भारत विश्‍व का सबसे बड़ा लोकतंत्र और विश्‍व का सातवां सबसे बड़ा देश तथा प्राचीन सभ्‍यताओं में से एक है।
  • सांप सीढ़ी का खेल तेरहवीं शताब्‍दी में कवि संत ज्ञान देव द्वारा तैयार किया गया था इसे मूल रूप से मोक्षपट कहते थे। इस खेल में सीढियां वरदानों का प्रतिनिधित्‍व करती थीं जबकि सांप अवगुणों को दर्शाते थे। इस खेल को कौडियों तथा पांसे के साथ खेला जाता था। आगे चल कर इस खेल में कई बदलाव किए गए, परन्‍तु इसका अर्थ वहीं रहा अर्थात अच्‍छे काम लोगों को स्‍वर्ग की ओर ले जाते हैं जबकि बुरे काम दोबारा जन्‍म के चक्र में डाल देते हैं।
  • दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट का मैदान हिमाचल प्रदेश के चायल नामक स्‍थान पर है। इसे समुद्री सतह से 2444 मीटर की ऊंचाई पर भूमि को समतल बना कर 1893 में तैयार किया गया था।
  • भारत में विश्‍व भर से सबसे अधिक संख्‍या में डाक खाने स्थित हैं।
  • भारतीय रेल देश का सबसे बड़ा नियोक्ता है। यह दस लाख से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करता है।
  • विश्‍व का सबसे प्रथम विश्‍वविद्यालय 700 बी सी में तक्षशिला में स्‍थापित किया गया था। इसमें 60 से अधिक विषयों में 10,500 से अधिक छात्र दुनियाभर से आकर अध्‍ययन करते थे। नालंदा विश्‍वविद्यालय चौथी शताब्‍दी में स्‍थापित किया गया था जो शिक्षा के क्षेत्र में प्राचीन भारत की महानतम उपलब्धियों में से एक है।
  • आयुर्वेद मानव जाति के लिए ज्ञात सबसे आरंभिक चिकित्‍सा शाखा है। शाखा विज्ञान के जनक माने जाने वाले चरक में 2500 वर्ष पहले आयुर्वेद का समेकन किया था।
  • भारत 17वीं शताब्‍दी के आरंभ तक ब्रिटिश राज्‍य आने से पहले सबसे सम्‍पन्‍न देश था। क्रिस्‍टोफर कोलम्‍बस भारत की सम्‍पन्‍नता से आकर्षित हो कर भारत आने का समुद्री मार्ग खोजने चला और उसने गलती से अमेरिका को खोज लिया।
  • नौवहन की कला और नौवहन का जन्‍म 6000 वर्ष पहले सिंध नदी में हुआ था। दुनिया का सबसे पहला नौवहन संस्‍कृ‍त शब्‍द नव गति से उत्‍पन्‍न हुआ है। शब्‍द नौ सेना भी संस्‍कृत शब्‍द नोउ से हुआ।
  • भास्‍कराचार्य ने खगोल शास्‍त्र के कई सौ साल पहले पृथ्‍वी द्वारा सूर्य के चारों ओर चक्‍कर लगाने में लगने वाले सही समय की गणना की थी। उनकी गणना के अनुसार सूर्य की परिक्रमा में पृथ्‍वी को 365.258756484 दिन का समय लगता है।
  • भारतीय गणितज्ञ बुधायन द्वारा 'पाई' का मूल्‍य ज्ञात किया गया था और उन्‍होंने जिस संकल्‍पना को समझाया उसे पाइथागोरस का प्रमेय करते हैं। उन्‍होंने इसकी खोज छठवीं शताब्‍दी में की, जो यूरोपीय गणितज्ञों से काफी पहले की गई थी।
  • बीज गणित, त्रिकोण मिति और कलन का उद्भव भी भारत में हुआ था। चतुष्‍पद समीकरण का उपयोग 11वीं शताब्‍दी में श्री धराचार्य द्वारा किया गया था। ग्रीक तथा रोमनों द्वारा उपयोग की गई की सबसे बड़ी संख्‍या 106 थी जबकि हिन्‍दुओं ने 10*53 जितने बड़े अंकों का उपयोग (अर्थात 10 की घात 53), के साथ विशिष्‍ट नाम 5000 बीसी के दौरान किया। आज भी उपयोग की जाने वाली सबसे बड़ी संख्‍या टेरा: 10*12 (10 की घात12) है।
  • वर्ष 1896 तक भारत विश्‍व में हीरे का एक मात्र स्रोत था।(स्रोत: जेमोलॉजिकल इंस्‍टी‍ट्यूट ऑफ अमेरिका)
  • बेलीपुल विश्‍व‍ में सबसे ऊंचा पुल है। यह हिमाचल पर्वत में द्रास और सुरु नदियों के बीच लद्दाख घाटी में स्थित है। इसका निर्माण अगस्‍त 1982 में भारतीय सेना द्वारा किया गया था।
  • सुश्रुत को शल्‍य चिकित्‍सा का जनक माना जाता है। लगभग 2600 वर्ष पहले सुश्रुत और उनके सहयोगियों ने मोतियाबिंद, कृत्रिम अंगों को लगना, शल्‍य क्रिया द्वारा प्रसव, अस्थिभंग जोड़ना, मूत्राशय की पथरी, प्‍लास्टिक सर्जरी और मस्तिष्‍क की शल्‍य क्रियाएं आदि की।
  • निश्‍चेतक का उपयोग भारतीय प्राचीन चिकित्‍सा विज्ञान में भली भांति ज्ञात था। शारीरिकी, भ्रूण विज्ञान, पाचन, चयापचय, शरीर क्रिया विज्ञान, इटियोलॉजी, आनुवांशिकी और प्रतिरक्षा विज्ञान आदि विषय भी प्राचीन भारतीय ग्रंथों में पाए जाते हैं।
  • भारत में 4 धर्मों का जन्‍म हुआ - हिन्‍दु, बौद्ध, जैन और सिक्‍ख धर्म और जिनका पालन दुनिया की आबादी का 25 प्रतिशत हिस्‍सा करता है।
  • जैन धर्म और बौद्ध धर्म की स्‍थापना भारत में क्रमश: 600 बी सी और 500 बी सी में हुई थी।
  • इस्‍लाम भारत का और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है।
  • भारत में सबसे पुराना यूरोपियन चर्च और सिनागोग कोचीन शहर में है। इनका निर्माण क्रमश: 1503 और 1568 में किया गया था।
  • ज्‍यू और ईसाई व्‍यक्ति भारत में क्रमश: 200 बी सी और 52 ए डी से निवास करते हैं।
  • विश्‍व में सबसे बड़ा धार्मिक भवन अंगकोरवाट, हिन्‍दु मंदिर है जो कम्‍बोडिया में 11वीं शताब्‍दी के दौरान बनाया गया था।
  • सिक्‍ख धर्म का उद्भव पंजाब के पवित्र शहर अमृतसर में हुआ था। यहां प्रसिद्ध स्‍वर्ण मंदिर की स्‍थापना 1577 में गई थी।
  • वाराणसी, जिसे बनारस के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राचीन शहर है जब भगवान बुद्ध ने 500 बी सी में यहां आगमन किया और यह आज विश्‍व का सबसे पुराना और निरंतर आगे बढ़ने वाला शहर है।
  • माननीय दलाई लामा तिब्‍बती बौद्ध धर्म के निर्वासित धार्मिक नेता है, जो उत्तरी भारत के धर्मशाला में अपने निर्वासन में रह रहे हैं।
  • युद्ध कलाओं का विकास सबसे पहले भारत में किया गया और ये बौद्ध धर्म प्रचारकों द्वारा पूरे एशिया में फैलाई गई।
  • योग कला का उद्भव भारत में हुआ है और यह 5,000 वर्ष से अधिक समय से मौजूद है।

Wednesday, February 17, 2021

!!B Tv9 NEWS!! खाताधारक के खाते से 30 हजार गायब,परेशान

करमा,स्थानीय क्षेत्र के केकराही इंडियन बैक से खाता धारक लाल मनी के खाते से 30हजार रुपये गायब खाते धारक के उड़े होश।


प्राप्त जानकारी के अनुसार इंडियन बैक केकराही का लगभग चार दिन नेटवर्क फेल होने से खाता धारकों में परेशानी दिखी।आज लगभग 11बजे नेटवर्क आने पर लंबी कतार लग गई।कतार में लगने के बाद जब लाल मनी पिता बब्बन सिंह ,निवासी धौरहा विकास खण्ड राबर्ट्सगंज का नम्बर आया तो बैंक मैनेजर द्वारा कहा गया कि आप के खाते से पैसा निकाल लिया गया है।पैसा बाउचर के अनुसार नहीं है।इतना सुन खाता धारक के होश उड़ गए।उसने कहा कि मैंने पैसा नहीं निकाला।इस पर बैंक मैनेजर संजीव कुमार ने कहा कि आप के खाते संख्या 50295252426 से दो बार 20 -20 हजार बैक से निकाला गया,10 -10 हजार बीसी प्वाइंट पर से निकाला गया है।इस पर खाता धारक ने कहा कि हमने तीस हजार रुपये बीसी प्वाइंट पर से नहीं निकाला है।लालमनी ने बताया कि हमारे रिश्ते दारी में शादी है।हम कैसे शामिल होंगे।अब इतनी बड़ी रकम कहा से आएगी।पाई -पाई करके कोरोना काल में एकत्रित हुए थे।अब खेती भी बिगड़ जाएगी। बहर हाल पैसा कैसे बैक से निकल गया, जाँच के बाद ही पता चल पाएगा।इस समय शादी ब्याह, खेती बाड़ी के काल में बैक से आये दिन सर्वर खराब होने से, बैक कर्मचारियों को इंडियन बैक की पूर्ण ट्रेनिंग न मिलने से कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।नाम न छापने पर बैक कर्मचारियों ने बताया कि पहले इलाहाबाद बैंक था, जिसमें सिस्टम कुछ और थे,अब इंडियन बैक हो गया जिसमें सिस्टम नये हो गए हैं।जिसमें परेशानी हो रही है।धीरे धीरे सब ठीक हो जायेगा।

 मकसुद अहमद संवाददाता करमा, सोनभद्र !!B Tv9 NEWS!!



Saturday, February 13, 2021

!!B TV9 NEWS!! सपा की एक बूथ 20 यूथ कार्यप्रणाली का हुआ आगाज


 कालपी जालौन समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर आज पूरे प्रदेश में एक बूथ 20 यूथ कार्यप्रणाली कार्यक्रम का जोर शोर से प्रचार प्रसार चल रहा है इसी कार्यक्रम के दौरान ब्लाक प्रभारी समाजवादी पार्टी थान सिंह यादव के नेतृत्व में करीब 2 दर्जन से भी अधिक कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र के गांव गांव जाकर ''एक बूथ 20 यूथ'' कार्यक्रम में बूथ प्रभारियों के साथ जातिवार गणना करते हुए सूची का खाका तैयार किया जा रहा है! 
        
  वर्ष 2022 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में अभी से ही समाजवादी पार्टी जुट गई है पार्टी कार्यकर्ताओं को मतदाता सूची दुरस्त कराने के लिए लगा दिया गया है पार्टी का मानना है कि मतदाता सूची दुरस्त कराने से ही उसके मतदाता बूथ तक पहुंच सकेंगे क्योंकि पिछले चुनाव में उनके काफी मतदाताओं के नाम सूची में दर्ज नहीं थे !
 सपा नेता थान सिंह यादव ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ  कालपी तहसील के गांव-गांव में जाकर जैसे सुनहटा, कांटा ,करमचंद पुर,दशहरी,अमीषा, में जा जाकर जातिवार गणना कर सूची तैयार की  सूची तैयार करने वाले कार्यकर्ताओं में गंधर्व धूता, महेंद्र सिंह यादव शैलेंद्र सिंह तोमर (इटोरा)विवेक यादव (सुरैहती) जगभान सिंह  सहित दर्जनों सपा कार्यकर्ता मौजूद रहे !

रिपोर्ट - अमित कुमार यादव "Btv9News"

!! B Tv9news!! रात में प्रेमी-प्रेमिका ने की लव मैरेज, सुबह हुआ खौफनाक अंजाम

प्रेम के त्‍योहार वेलेंटाइन डे से ठीक एक दिन पहले उत्‍तर प्रदेश के संतकबीरनगर में प्रेमी-प्रेमिका को प्रेम विवाह की सजा के तौर पर पीट-पीटकर मार डालने और फिर शव जलाकर सबूत मिटा देने की कोशिश का सनसनीखेज मामला सामने आया है। शनिवार को जिले के महुली थाना क्षेत्र के बारीडीहा गांव के पास कुआनो नदी घाट पर प्रेमी-प्रेमिका के शवों को एक साथ जलाया जा रहा था। पुलिस के आने की सूचना पाकर परिवारीजन अधजले शव को छोड़कर फरार हो गए। पुलिस मामले को ऑनर किलिंग का मामला मान रही है। दोनों प्रेमी युगल धनघटा क्षेत्र के मूड़ाडीहा गांव के निवासी बताए जा रहे हैं। मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। सूचना मिलने पर धनघटा और महुली थाने के एसओ मौके पर पहुंच गए। सूचना के बाद एसपी ने मौके पर पहुंचकर जानकारी ली। 
इंस्पेक्टर रवीन्द्र कुमार गौतम के अनुसार धनघटा थाना क्षेत्र के मूड़ाडीहा गांव के सागर और कंचन के बीच काफी दिनों से प्रेम सम्‍बन्‍ध चल रहा था। शुक्रवार की शाम कंचन अपने प्रेमी के घर पहुंच गई। प्रेमी ने कंचन को सिंदूर लगाकर प्रतीकात्मक विवाह कर लिया। ग्रामीणों के अनुसार प्रेम विवाह की खबर मिलने पर रात में ही प्रेमी-प्रेमिका को परिवारीजनों ने पीट-पीटकर मार डाला। हालांकि कुछ ग्रामीण जहर खा लेने की वजह से मौत होने की बात भी कह रहे हैं। बताया जा रहा है कि शनिवार भोर में परिवारीजन शवों को लेकर महुली क्षेत्र के बारीडीहा गांव के पास जंगल में स्थित कुआनो नदी के घाट पर पहुंच गए। वे दोनों शवों को जलाने लगे। सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए। 
इसी बीच किसी ने पुलिस को भी खबर कर दी। इस पर धनघटा थाने के साथ और महुली एसओ प्रदीप कुमार सिंह और एसआई राम प्रवेश यादव फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। लेकिन परिवारवालों को पुलिस के आने की भनक लग गई और वे अधजला शव छोड़कर वहां से फरार हो गए। पुलिस ने चिता पर जल रहे दोनों शव को बाहर निकवाकर कस्टडी में ले लिया। लेकिन तब तक शव करीब 90 प्रतिशत तक जल चुके थे। पुलिस के अनुसार इस मामले में गांव के प्रधान प्रतिनिधि के भी शामिल होने की बात सामने आ रही है। चिता जलने के स्‍थान से थोड़ी दूरी पर पुलिस को कुछ चप्‍पलें और अंग वस्‍त्र मिले हैं। धनघटा पुलिस ने दोनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। एसपी डॉ.कौस्‍तुभ और सीओ अम्बरीष भदौरिया ने भी मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। 
सख्‍त कार्रवाई होगी
एसपी डॉ.कौस्‍तुभ ने कहा है कि इस मामले में पुलिस दोषियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई करेगी। उन्‍होंने आरोपितों की जल्‍द गिरफ्तारी का निर्देश दिया। 
संवाददाता - अशोक सागर !!B Tv9 NEWS!!

Thursday, February 11, 2021

!! B Tv9 NEWS!! हीरो से भी ज्यादा फीस लेता था ये खलनायक


हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता प्राण का जन्मदिन 12 फरवरी को होता है। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अभिनेता प्राण को उनकी खलनायकी और रौबदार अंदाज के लिए जाना जाता है। फिल्मों के किरदारों को वो एक अलग रूप दे देते थे। उन्होंने 1940 से 1990 के दशक तक दर्शकों को अपने दमदार अभिनय का कायल बना रखा था। आज उनका जन्मदिन है। उनके जन्मदिन के इस अवसर पर आइए जानते है उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ अनकही किस्सों के बारे में।

अभिनेता प्राण का पूरा नाम प्राण कृष्ण सिकंद था। पुरानी दिल्ली के बल्लीमारान इलाके में एक मध्यवर्गीय परिवार में उनका जन्म हुआ था। प्राण के पिता लाला कृष्ण सिकंद एक आम सरकारी ठेकेदार थे। आपको बता दें कि प्राण बचपन से ही पढ़ाई में बहुत अच्छे थे I 

दर्शकों में अपने दमदार अभिनय की छाप छोड़ने वाले प्राण अभिनेता नहीं बल्कि एक फोटोग्राफर बनना चाहते थे। उन्हें फोटोग्राफी का बहुत शौक था। वो कहीं भी जाते थे तो तस्वीरें खींचने में व्यस्त हो जाते थे।

हालांकि उनके भाग्य ने उनके लिए कुछ और ही सोच रखा था इसलिए फोटोग्राफर बनने की बजाय वो अभिनेता बन गए। एक्टिंग की दुनिया से उनका कोई नाता नहीं था लेकिन दर्शकों को अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा दिया। फिल्मों की दुनिया में काम करने के बारे में उन्होंने कभी नहीं सोचा था पर फिल्मों ने ही उनकी एक अलग पहचान बना दी। प्राण को फुटबॉल खेलने का भी बहुत शौक था। वो अपना खाली समय खेलने में ही बिताते थे।

प्राण ने अधिकतर हिंदी फिल्मों में खलनायक का किरदार निभाया था लेकिन उनके अभिनय ने खलनायक के किरदार में भी हीरो के किरदार से ज्यादा रौनक डाली। प्राण को हिंदी फिल्मों में पहला ब्रेक साल 1942 में फिल्म खानदान से मिला। इस फिल्म की नायिका नूरजहां थीं। प्राण ने 18 अप्रैल 1945 को शुक्ला आहलुवालिया से शादी की थी। उनके तीन बच्चे हैं। दो बेटे अरविंद और सुनील और एक बेटी पिंकी।

B tv9 NEWS


सामान्य ज्ञान की कुछ बातें आपको पता है और कुछ आप अब तक नहीं जानते। कुछ ऐसे तथ्य हैं जिनका भरोसा करना है मुश्किल परंतु वे हैं एकदम सत्य। जानिए ऐसी ही रोचक बातें बातें "Btv9 News" पर जो आपके सामान्य ज्ञान में करेंगी जबरदस्त वृद्धि....

1. दुनिया में 11 प्रतिशत लोग बाएं हाथ का इस्तेमाल करते हैं। 
 2. अगस्त में सबसे ज्यादा लोग पैदा होते हैं। 
 3. खाने का स्वाद उसमें सलाइवा (लार) मिलने के बाद ही आता है। 
4. औसतन लोग बिस्तर में जाने के 7 मिनिट में सो जाते हैं। 
 
5. भालू के 42 दांत होते हैं। 
 
6. शुतुरमुर्ग की आंख उसके दिमाग से बड़ी होती है। 
 
7. नींबू में स्ट्राबेरी के मुकाबले अधिक शक्कर होती है। 
 
8. आठ प्रतिशत लोगों में एक अतिरिक्त पसली होती है। 
 
9. दुनिया के 85 प्रतिशत पौधे समुद्र के अंदर होते हैं।
 
10. हवायन अल्फाबेट सिर्फ 13 होते हैं। 
17. पर्थ ऑस्ट्रेलिया का ऐसा शहर है जहां सबसे तेज हवा बहती है। 
 
18. इंसान की सबसे छोटी हड्डी कान में होती है। 
 
19. बिल्लियां अपनी जिंदगी का 66 प्रतिशत हिस्सा सोते हुए गुजारती हैं। 
 
20. स्विट्जरलैंड में दुनिया में सबसे अधिक चॉकलेट खाई जाती है। यहां हर व्यक्ति एक साल में 10 किलो के औसत से चॉकलेट खाता है।

21. पैसा ऐसी पहले नंबर की चीज है जिसके बारे में जोड़े सबसे अधिक बहस करते हैं।
 
22. जब आसमान की बिजली गिरती है तब तापमान 30,000 डिग्री तक हो सकता है। 
 
23. हर बार जब भी आप पूरा चांद देखते हैं हर बार इसकी एक ही साइड ही दिखती है। 

 
24. शहद अकेला ऐसा प्राकृतिक पदार्थ है जो कभी खराब नहीं होता। 
 
25. ऑस्ट्रेलिया अकेला ऐसा महाद्वीप है जहां कोई भी एक्टिव ज्वालामुखी नहीं है। 
 
26. दुनिया की सबसे लंबी स्ट्रीट टोरंटो की योंगे स्ट्रीट है। कनाडा स्थित यह स्ट्रीट 1,896 किमी लंबी है। 
 
27. दुनिया की 90 प्रतिशत जनसंख्या किस करती है। 
 
28. कोकाकोला में शुरूआत में कोकीन मिला होता था। 
 
29. सभी कीड़ों की 6 टांगे होती हैं।  
 
30. पूर्वी अफ्रीका में केले से बनी बीयर बिकती है। 

31. जिराफ अपनी 21 इंच लंबी जीभ से कान साफ करता है। 

 

 
32. ऑस्ट्रेलिया को शुरूआत में न्यूहोलेंड के नाम से जाना जाता था। 
 
33. एक दिन में आप इतनी बार पलके झपकाते हैं कि वह आधे घंटे की आंखें बंद होने के बराबर होता है। 
 
34. आपके पैर के पंजे में 26 हड्डियां हैं। 
 
35. औसतन इंसान के दिमाग में 78 प्रतिशत पानी होता है। 
 
36. अगर 1 से लेकर 100 तक संख्याओं को लगातार जोड़ा जाए तो जोड़ 5020 होता है।
 
37. स्पंज में ठंडा पानी गर्म पानी से ज्यादा ठहरता है। 
 
38. धरती पर हर मिनिट में 6,000 बार बिजली गिरती है। 
 
39. आग उपर की तरफ, नीचे की तरफ की अपेक्षा अधिक तेजी से बढ़ती है। 
 
40. ऊंट के दूध का दही नहीं जमता। 

41. हाथी चौबीस घंटों में 4,5 घंटे के लिए सोता है। 
 
42. गाय को सीढ़ी चढ़ना संभव है जबकि वे सीढ़ी उतर नहीं सकती। 


 

 
43. मेंढ़क आंख बंद करके ही कुछ निगल सकता है। 
 
44. इंसान की जीभ सबसे अधिक तेजी से ठीक होती है। 
 
45. आपके साथ नौ मिलियन और लोगों का भी जन्मदिन होता है।
 
46. 1 मिनिट तक किस करने से 26 कैलोरी जलती है। 
 
47. सोने में आप ज्यादा कैलोरी जलाते हैं बयाय टीवी देखने के। 
 
48. आमतौर पर मेंढ़क पानी नहीं निगलते। उनकी स्किन के माध्यम से उन्हें नमी मिल जाती है।
 
49. मगरमच्छ की जीभ नहीं हिलती। 
 
50. हर इंसान औसतन जिंदगी के 25 साल सोते हुए बिताता है।
रिपोर्टर -अशोक सागर "Btv9NEWS"

कासगंज में बिकरू जैसा कांड: फिर की वही 'गलती', आखिर कब सबक लेगी पुलिस?

बिकरू कांड से सबक लेने की जगह इसकी गलतियों को पुलिस बार-बार दोहरा रही है। इसी लापरवाही का नतीजा है कि कभी पुलिसवाले घायल हो रहे हैं तो कभी उनकी जान जा रही है। कासगंज में भी ऐसी ही लापरवाही सामने आई है। शराब माफिया की खुफिया जानकारी जुटाए बगैर पुलिस पार्टी के नाम पर सिर्फ एक दरोगा और एक सिपाही को कच्ची शराब के अड्डे पर भेज दिया गया। इनके पास जीप तक नहीं थी।
कानपुर के बिकरू में दो जुलाई 2020 की रात गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों ने दबिश देने आए आठ पुलिसवालों की हत्या कर दी थी। तब यह सामने आया था कि पुलिसकर्मी विकास दुबे के बारे में जानकारी जुटाए बगैर दबिश देने गए थे। यह बड़ी चूक थी। लेकिन इससे सबक नहीं लिया गया। इस घटना के बाद से अब तक आगरा जोन में ही पुलिस पर कई हमले हो चुके हैं। 
शराब माफिया, खनन माफिया पर कार्रवाई के लिए बगैर तैयारी के पुलिसकर्मियों को भेजा जा रहा है। बिकरू से पहले देखें तो दो जून 2016 को मथुरा के जवाहर बाग में तत्कालीन एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और एसओ फरह थाना संतोश यादव की हत्या कर दी थी। तब भी पुलिस बगैर तैयारी के जवाहर बाग को कब्जाधारियों से खाली कराने के लिए पहुंच गई थी।
कासगंज की घटना में पुलिस ने गलती दोहराई। थाना सिढ़पुरा क्षेत्र के गांव नगला धीमर और नगला भिकारी में मंगलवार शाम को अवैध शराब की सूचना पर दरोगा अशोक कुमार सिंह और सिपाही देवेंद्र सिंह बाइक से गए थे। उन पर शराब माफिया ने हमला कर दिया था। हमले में सिपाही देवेंद्र की हत्या कर दी गई थी। दरोगा गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
पुलिस ने 12 घंटे के अंदर ही सिपाही की हत्या करने वाले एक आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया। मृतक आरोपी का नाम ऐलकार है, जबकि दूसरा आरोपी फरार है। जानकारी के अनुसार थाना सिढ़पुरा क्षेत्र में बुधवार तड़के काली नदी की कटरी किनारे मुठभेड़ हुई। आरोपी एलकार गांव धीमर का रहने वाला था। मुख्य आरोपी मोती सिंह फरार है, उस पर 11 मामले दर्ज हैं।
रिपोर्टर- अशोक सागर Btv9 NEWS 

"B Tv9news" शहीद आरक्षी देवेंद्र सिंह के पार्थिव शरीर को दी सलामी

पुलिस महानिरीक्षक अलीगढ़ परिक्षेत्र, अलीगढ़ श्री पीयूष मोर्डिया द्वारा शहीद आरक्षी के पार्थिव शरीर पर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सोनकर  ने फूल मालाएं अर्पित कर दी  सलामी । 
 रिपोर्टर - अशोक सागर "Btv9 NEWS"

Wednesday, February 10, 2021

"B Tv9news" चोरों का आतंक आम जन में दहशत

"B Tv9news"
चोरों का आतंक आम जन में दहशत
करमा/सोनभद्र
हौशला बुलंद चोरों ने चार जगह किया चोरी 
जानकारी के अनुसार बीती रात हौसला बुलंद चोरों ने चार दुकानों का ताला तोड़कर कर चोरी का प्रयास किया जिसमें दुकानदारों के अनुसार दो जगह सफल रहे दुकानदार निहालु दीन, अमन जनरल स्टोर की दुकान चट्टी करकी माइनर पर है, जहां से चोरों ने  लगभग 5किलो किसमिस, बादाम,छोहड़ा, काजू के साथ लॉकर तोड़ कर 15हजार रुपये नगद ले गए।फिर चोरों ने भगवान दास का सटर तोड़ा जहाँ से केला,सेव ,एक पेटी,लाई  दो बोरी ले गए। फिर बीरू मुर्गा वाले का ताला तोड़कर 20 लाल मुर्गा ले लिया, और सफेद चार मुर्गा छोड़ दिया।बीरू ने बताया कि हम बहुत गरीब परिवार से है, किसी प्रकार मुर्गा मीट बेच कर परिवार का भरड़ पोषण करतें थे।अब क्या करेंगे।अब मुर्गा खरीदने के लिए कहा पैसा पायेगें। फिर चोरों ने जमालुद्दीन के घर जाकर दुकान खोलने का प्रयास से पहले साइड में जाकर दरवाजा खोलने का प्रयास किया, तब तक किसी की आहट मिलने पर।चोरों ने बाहर से दरवाजा बन्द कर  पास में नहर पर  खड़े होकर देखने लगें।जमालुद्दीन ने बताया हम सब परिवार अपनी पत्नी की बात जग कर दरवाजा खोलने का प्रयास किया, परंतु दरवाजा बाहर से लॉक होने के कारण नहीं खुला तो छत पर जाकर देखा तो पास के माइनर पर एक आदमी नकाब पहनें हमारे घर के तरफ देख रहा है, हम लोगों ने शोर किया तब वह भगा, कसया रोड के तरफ, वहाँ पहले से दो लोग खड़े थे।फिर सब सोर गुल सुनकर कसया रोड के तरफ भागें।लगभग एक बजे हूटर बजती पुलिस की गाड़ी केकराही के तरफ गई।जमालुद्दीन के पास गायत्री ज्वेलर्स के दुकानदार का सटर तोड़ने का असफल प्रयास व अमीन किराना स्टोर पर भी असफल प्रयास किया गया।गायत्री ज्वेलर्स के सटर  के पास ईट व साड़ी, हरा ब्लाउज भी मिला है।इधर मौके पर पहुंचे एस आई रविन्द्र प्रसाद ने बताया कि हमारे पी आर डी के जवान करकी माइनर में थे।लोगों ने कहा कोई नहीं था।नाम पूछने पर बता न सके।उन्होंने बताया कि हम लोगों को सूचना मिली कि कोई पशु तस्कर पशुओं को केकराही में  नहर से क्रॉस कर मधुपुर के तरफ जाना चाहते हैं, तो लोग मय फोर्स केकराही पहुंच कर जाँच शुरू किया था।फिर हाल स्थानीय लोगों में दहशत फैल गया।क्योंकि चोरों एक रात में चार चार ताला चटकाया, एक दरवाजे को बाहर से लॉक किया।
एस आई रविन्द्र प्रसाद ने कहा कि चोरी का पर्दाफाश जल्द किया जायेगा !आये दिन चोरी के छोटे छोटे मामले आते रहते हैं जैसे इनको पुलिस प्रशासन का भय ही न हो ऐसा लोगों का कहना है!वही प्रभारी निरीक्षक देवता नंद सिंह इस संदर्भ में वार्ता करने पर बताया कि पुलिस ऐसे अराजक तत्वों पर खास नजर रख रही है छान बीन जारी है जल्द से जल्द मामले का खुलासा कर सख्त कार्यवाही की जायेगी!
मकसुद अहमद - संवाददाता
    करमा/सोनभद्र "B Tv9news"

Tuesday, February 9, 2021

!!!Btv9News!!! भटनी थाना क्षेत्र के दो अलग-अलग जगहों पर ट्रक दुर्घटना मे एक दो की दर्दनाक मौत।



 रिपोर्टर विजय तिवारी
  B TV9 NEWS
देवरिया जनपद के भटनी क्षेत्र में मंगलवार को दर्दनाक दो सड़क हादसे हुए। जिसमे दो की मौत हो गयी। पहली घटना एकला आम चौराहे पर तो दूसरी घटना परसौनी गांव के समीप हुईं।
प्राप्त सूचना के अनुसार , पहली घटना भटनी थाना क्षेत्र के बनकटा तिवारी गांव के निवासी लल्लन चौहान उम्र 58 वर्ष एकला आम चौराहे पर सब्जी का दुकान चलाते थे। वे मंगलवार को करीब एक बजे घर से भोजन के बाद दुकान पर जा रहे थे तो अभी इमिलिया के बंधुनाथ इंटर कॉलेज के समीप पहुचे थे कि भींगारी बाजार के तरफ से तेज रफ्तार में आ रहे ट्रक ने उन्हें रौद दिया।
वही दूसरी दुर्घटना भटनी के पुरनाछापर गांव निवासी बृजकिशोर विश्वकर्मा की बेटी सोनी उर्फ श्वेता विश्वकर्मा (17) भटनी नगर में बाजार करने गई थी। करीब डेढ़ बजे बाजार से वह घर जा रही थी। परसौनी गांव के सामने बालू लदे ट्रक की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। इसकी जानकारी होते ही बनकटा तिवारी और पुरनाछापर गांव में मातम मच गया। घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
घटना के बाद दोनों जगहों पर पुलिस पहुंच स्थिति को संभालने में लगी रही। एकला आम चौराहे पर हुई घटना का जिम्मेदार ट्रक चालक पकड़ा गया है। जबकि परसौनी घटना के बाद चालक फरार है। परसौनी में घटना के विरोध में लोग भटनी-पुरनाछापर मार्ग जाम कर कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन भी किया। इस बाबत एसओ श्यामलाल यादव ने बताया कि दोनों जगहों पर पुलिस टीम पहुंची थी।

Sunday, February 7, 2021

सांकेतिक प्रदर्शन के बाद किसान संगठनों ने सौंपा ज्ञापन

गोंडा में किसान विरोधी तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने की मांग को लेकर शनिवार को भारतीय किसान यूनियन, भारत की जनवादी नौजवान सभा, उत्तर प्रदेश खेत मजदूर यूनियन के संयुक्त तत्वाधान में विकास खंड छपिया के भोपतपुर बाजार में प्रदर्शन कर 5 सूत्री मांग पत्र तहसीलदार मनकापुर को सौंपा गया।

राष्ट्रपति को संबोधित दिए गए मांग पत्र में किसान विरोधी तीनों काला किसी कानून तत्काल वापस लिए जाने, न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देते हुए किसानों के लिए कृषि बिल में शामिल किए जाने, श्रम कानूनों में हुए संशोधनों को वापस लिए जाने, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को निजी हाथों में बेचना बंद किए जाने सहित अन्य मांगे शामिल हैं।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत संयुक्त आवाहन पर हो रहे प्रदर्शन को लेकर स्थानीय प्रशासन काफी चौकन्ना दिखा। सुबह से ही प्रदर्शन स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई व संगठन के पदाधिकारियों की घेराबंदी शुरू की गई। थाना अध्यक्ष छपिया से भारतीय किसान यूनियन, भारत की जनवादी नौजवान सभा, उत्तर प्रदेश खेत मजदूर यूनियन के पदाधिकारियों से वार्ता होने के बाद भोपतपुर बाजार में तहसीलदार मनकापुर मिश्री सिंह चौहान को ज्ञापन सौंपा गया।

इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन के मंडल अध्यक्ष नौशाद खान, जिला अध्यक्ष दीपक वर्मा, भारत की जनवादी नौजवान सभा के जिला अध्यक्ष दुर्गा सिंह पटेल, उत्तर प्रदेश खेत मजदूर यूनियन के जिला संयोजक खगेन्द्र जनवादी, मैनुद्दीन, सिराज अहमद, सतीश वर्मा, सुनील गौड़, शहजाद अली, गंगाराम भारती, गिरिजेश वर्मा, लवकुश कुमार, रंजीत भारती, अमित यादव,  राजेश कुमार, संवारे, राजकुमार विश्वकर्मा विनय कुमार सहित भारी संख्या में तीनों संगठन के पदाधिकारी कार्यकर्ता मौजूद रहे।

रिपोर्ट- अशोक सागर B Tv9 NEWS 

फिजिकल एजूकेशन सोशल वेलफेयर फाउंडेशन ट्रस्ट करेगा खेल प्रतिभाओं का सम्मान

!! B Tv9 NEWS!!
फिजिकल एजुकेशन सोशल वेलफेयर फाउंडेशन ट्रस्ट स्पोर्ट एंड हेल्थ अकादमी बरुआसागर के समस्त पदधिकारियो ने कल मासिक बैठक का आयोजन किया जिसमें ट्रस्ट के द्वितीय स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में नगर एवं जिले में जिन खिलाड़ियो या विद्यार्थियों ने खेल अथवा शिक्षा के क्षेत्र में नगर/जिले का  मान बढ़ाया उनको प्रोत्साहित करने के लिए प्रथम खेल प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया है इसके अतिरिक्त जमीनी स्तर पर कार्य कर के सामाजिक भलाई में सहयोग कर रही सामाजिक संस्थाओं का भी सम्मान किया जाने का निर्माण लिया गया अध्यक्ष नृपेंद्र सिंह परिहार ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में किया जाएगा जिसकी तारीख जल्द ही सुनिश्चित की जाएगी ।
रिपोर्टर - आनंद साहू  !! B Tv9 NEWS !!

"B Tv9 NEWS" एसओजी टीम को मिली बड़ी सफलता

!!Btv9 NEWS!!
टीम व थाना रामपुर कारखाना पुलिस द्वारा ट्रक में छिपाकर रखी लगभग 38 लाख रूपये की अवैध अंग्रेजी शराब व वाहन अनुमानित कीमत लगभग 14 लाख रूपये कुल कीमत लगभग 52 लाख की बरामदगी व दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी
एसओजी टीम व थाना रामपुर कारखाना पुलिस द्वारा ट्रक में छिपाकर रखी लगभग 38 लाख रूपये की अवैध अंग्रेजी शराब व वाहन अनुमानित कीमत लगभग 14 लाख रूपये कुल कीमत लगभग 52 लाख की बरामदगी व दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी
एसओजी टीम व थाना रामपुर कारखाना पुलिस द्वारा ट्रक में छिपाकर रखी लगभग 38 लाख रूपये की अवैध अंग्रेजी शराब व वाहन अनुमानित कीमत लगभग 14 लाख रूपये कुल कीमत लगभग 52 लाख की बरामदगी व दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी दिनांक 06.02.2021 की रात प्रभारी एसओजी टीम देवरिया एवं थानाध्यक्ष रामपुर कारखाना मय पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर पाण्डेय चक चैराहे के पास से एक ट्रक वाहन संख्याः UP 14 GT 0345 से टिशू पेपर के बन्डल के नीचे छिपाकर रखी गयी हरियाणा निर्मित इम्पीरियल ब्लू अवैध अंग्रेजी शराब की 750 एमएल की 61 पेटी, 375 एमएल की 158 पेटी, 180 एमएल की 46 पेटी तथा मैक डाॅवेल की 750 एमएल की 21 पेटी, 375 एमएल की 172 पेटी, 180 एमएल की 72 पेटी, कुल 530 पेटी बरामद किया गया, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 38 लाख रूपये है तथा ट्रक वाहन, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 14 लाख रूपये है, इस प्रकार कुल बरामदगी लगभग 52 लाख रूपये की गयी है। इस संबंध में अभियुक्त 01.मो0 तारिफ पुत्र मो0 इंसाद निवासी-मजिदपुरम थाना-कोतवाली जनपद-हापुड़, 02.अफरोज पुत्र जान मोहम्मद निवासी-मसूरी जनपद-गाजियाबाद की गिरफ्तारी कर नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जा रही है।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण
01.मो0 तारिफ पुत्र मो0 इंसाद निवासी-मजिदपुरम थाना-कोतवाली जनपद-हापुड़,
02.अफरोज पुत्र जान मोहम्मद निवासी-मसूरी जनपद-गाजियाबाद।
बरामदगी का विवरण
01.कुल 530 पेटी हरियाणा निर्मित अवैध अंग्रेजी शराब, कीमत 38 लाख रूपये।
02.एक ट्रैक वाहन UP 14 GT 0345 कीमत 14 लाख रूपये।
गिरफ्तार करने वाली टीम का विवरण
01.उ0नि0 गोपाल प्रसाद थानाध्यक्ष रामपुर कारखाना,
02.उ0नि0 अनिल यादव प्रभारी एसओजी देवरिया,
03.उ0नि0 संतोष यादव एसओजी देवरिया,
04.उ0नि0 घनश्याम सिंह एसओजी देवरिया,
05.मु0आ0 योगेन्द्र प्रसाद एसओजी देवरिया,
06.मु0आ0 अरूण खरवार एसओजी देवरिया,
07.मु0आ0 धन्नजय श्रीवास्तव एसओजी देवरिया,
08.कां0 प्रशान्त शर्मा एसओजी देवरिया,
09.कां0 मेराज अहमद एसओजी देवरिया
10.कां0 सुदामा यादव एसओजी देवरिया
11.कां0 राहुल सिंह सर्विलांस सेल देवरिया
12.कां0 विमलेश सिंह सर्विलांस सेल देवरिया
13.कां0 सुधीर मिश्र सर्विलांस सेल देवरिया
14.कां0 साजिद थाना रामपुर कारखाना,
15.कां0 रामअशीष थाना रामपुर कारखाना

रिपोर्टर - विजय तिवारी
  "B TV9 NEWS"

जागरूकता रैली का आयोजन किया गया

"Btv9 News " नेहरू युवा केंद्र गोंडा (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार) के द्वारा आज गोंडा के परसपुर ब्लॉक में नेहरू युवा मंडल परसपुर के अध्यक्ष श्री राजेश गौतम एवं अन्य युवा कार्यकर्ताओं द्वारा कोविड19 महामारी से सम्बंधित जागरूकता रैली का आयोजन किया गया तथा महामारी से बचने हेतु लोगों को जागरूक किया गया साथ में साबुन एवं मास्क का वितरण भी किया गया ! रिपोर्ट - अशोक सागर  

Saturday, February 6, 2021

"Btv9News" फ़र्ज़ी कॉल सेंटर का हुआ भंडाफोड़

हाथरस। एसपी विनीत जैसवाल के दिशा-निर्देशन में खाकी को एक के बाद एक बड़ी कामयाबी मिल रही है। आज पुलिस ने फर्जी काॅल सैंटर का भंडाफोड़ करते हुए 14 आरोपियों को अरेस्ट किया है। उक्त लोग नागरिकों को ब्रान्डेड सामान कम कीमत पर देने का झांसा देकर रुपये लेते थे और बाद में उन्हें लोकल सामान दे देते थे।  हाथरस कोतवाली पुलिस व एसओजी की टीम ने आज मुखबिर की सूचना के आधार पर दबिश देते हुए फर्जी काॅल सैंटर का भंडाफोड़ कर दिया। पुलिस ने मौके से 14 आरोपियों को अरेस्ट किया है। इनके कब्जे से 20 मोबाइल, एक लैपटाॅप बरामद किया गया है। वहीं एक रजिस्टर बरामद किया गया है। उक्त रजिस्टरों में बड़ी संख्या में मोबाइल नम्बर लिखे हुए हैं। पुलिस के अनुसार पकड़े गये आरोपी विभिन्न नम्बरों पर काॅल करते थे। उन्हें बताया जाता था कि वे ब्रान्डेड सामानों को बहुत कम कीमत पर दे देंगे, लेकिन इसके लिए आपको रुपये पहले जमा कराने होंगे। चिकनी-चुपड़ी बातों में नागरिकों को फंसाकर उनसे रुपये बैंक खाते में जमा करा लिये जाते थे और बाद में उन्हें लोकल सामान दे दिया जाता था। Also Read – शामली पुलिस ने 10 घंटे में किया लूट का खुलासा- 32 लाख के पशु बरामद पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने अपने नाम दुर्गेश कुमार पुत्र दामोदर सिंह, संतोष शर्मा पुत्र रामखिलाड़ी शर्मा, राहुल शर्मा पुत्र मानिक चन्द्र, लोकेश कुमार पुत्र स्व. मुंशी लाल, अनवर पुत्र अयूब कुरैशी, अफरान पुत्र मेहरबान, सौरव शर्मा पुत्र अशोक कुमार, इमरान पुत्र असलम, सुंदरम पुत्र हीरालाल, अभिषेक पुत्र सुशील कुमार, माही पुत्री बनवारी लाल, प्रीति उर्फ पूजा पुत्री प्रभुदयाल, मोनिका पुत्री भूरी सिंह, सुमन पुत्री रामवीर शामिल हैं। आरोपियों को अरेस्ट करने वाली टीम में एसओजी प्रभारी निरीक्षक मुनीश चन्द्र, एसआई सर्वेश कुमार, जयप्रकाश यादव, हैड कांस्टेबिल कमरूद्दीन, जवाहर सिंह, शैलेश यादव, शाकिब, अंजू यादव, जोगेन्द्र सिंह शामिल रहे।
Btv9 NEWS - रितेश श्रीवास्तव रिपोर्टर गोंडा 

"B Tv9 NEWS" गोंडा-बहराइच ट्रैक के विद्युतीकरण के लिए 28.50 करोड़ का बजट

गोंडा। केंद्रीय बजट में हुई घोषणा के अनुसार गोंडा-बहराइच रेलवे रूट का विद्युतीकरण किया जाएगा। इसके लिए बजट में 28.50 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। गोरखपुर-गोंडा वाया बलरामपुर रेलवे लाइन का विद्युतीकरण पहले से चल रहा है। इसमें दूसरे चरण में होने वाले आनंद नगर-सुभागपुर गोंडा के मध्य 170 किलोमीटर रेलवे रूट के लिए भी 116 करोड़ रुपये का बजट दिया गया है।
बहराइच-गोंडा व बलरामपुर जिलों के करीब एक करोड़ लोगों के लिए यह बड़ी खुशखबरी है। बीते एक फरवरी को पेश हुए केंद्रीय बजट का आवंटन शुरू हो गया है। गोंडा-गोरखपुर वाया बलरामपुर के बीच दो फेज में विद्युतीकरण होना है। पहले चरण में गोरखुपर से आनंदनगर तक विद्युतीकरण किया जा रहा है, जबकि दूसरे फेज में आनंदनगर से बलरामपुर होते हुए सुभागपुर तक करीब 170 किलोमीटर का विद्युतीकरण किया जाना है।

इसके लिए भारत सरकार ने 116 करोड़ रुपये आवंटित किए गये हैं। इसके अलावा गोंडा-बहराइच रेल रूट करीब 60 किलोमीटर का भी विद्युतीकरण किया जाना है। यह लाइन अभी एक साल पहले ही ब्रॉडगेज में परिवर्तित की गई थी। लेकिन इस पर अभी ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं हो पाया है। कोरोना काल के पहले तक इस पर एक पैसेंजर ट्रेन संचालित की गई थी उसे भी इस समय बंद कर दिया गया है।
लेकिन अब नए सिरे से इस रेल रूट पर विद्युुतीकरण का कार्य होना है जिसके लिए 28 करोड़ 53 लाख रुपये का बजट आवंटित किया गया है। इसके लिए अक्तूबर 2021 तक का समय दिया गया है। भारत सरकार ने रेलवे लाइनों के विद्युतीकरण का कार्य 2023 तक पूरा करने का वादा किया है। इसके बाद देश में कोई लाइन बिना बिजली के नहीं रह जाएगी।
समयावधि में पूरी होगी परियोजना रेलवे लाइनों के विद्युुतीकरण के लिए आवंटित बजट व समय का जो निर्देश रेलवे बोर्ड से प्राप्त हुआ है उसका अक्षरश: पालन कराया जाएगा। सभी काम समयावधि में पूरी होगी। पूर्वोत्तर रेलवे इसके लिए दृढ़ संकल्पित है।
 रिपोर्ट- अशोक सागर "B Tv9 NEWS"

"Btv9 NEWS"रिपब्लिक भारत टीवी के एंकर विकास शर्मा का निधन

रिपब्लिक भारत टीवी के एंकर विकास शर्मा का निधन हो गया है। विकास तीन दिनों से बीमार थे। गुरुवार शाम उन्होंने नोएडा के कैलाश अस्पताल में अंतिम सांस ली। 35 वर्षीय विकास कानपुर के रहने वाले थे। 
विकास शर्मा कुछ दिनों पहले कोविड-19 की चपेट में आ गए थे, हालांकि उन्होंने इस महामारी का डटकर मुकाबला किया और सही होकर घर भी आ गए थे।
कुछ दिन पहले हालत बिगड़ने पर उन्हें नोएडा के सेक्टर 71 स्थित कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां गुरुवार की देर शाम उनका निधन हो गया। परिजन उनका पार्थिव शरीर पैतृक निवास स्थान कानपुर ले जाकर वहीं उनका अंतिम संस्कार किया।
Btv9 NEWS 

!! B Tv9 NEWS !! खाद दुकानों पर क्यूआर कोड का लगाना अनिवार्य

गोंडा। खाद की दुकानों को पर डिजिटल भुगतान के लिए उर्वरक विक्रेताओं की नकेल कसने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। अब अगर दुकान पर क्यूआर कोड न मिलने पर उसका लाइसेंस निरस्त करने का अभियान चलेगा। उर्वरक विक्रेताओं को एक सप्ताह की मोहलत दी गई है।
जिला कृषि अधिकारी जेपी यादव ने बताया कि उर्वरक के फुटकर व थोक व्यापारियों के यहां क्यूआर कोड का बोर्ड लगाया जाना अनिवार्य कर दिया गया है और किसानों से अब डिजिटल लेन देन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी उर्वरक की दुकानों पर क्यूआर कोड अनिवार्य कर दिया गया है और एक सप्ताह की मोहलत उर्वरक विक्रेताओं को दी जा रही है।

यदि उनकी दुकान पर क्यूआर कोड नहीं मिला तो उनके लाइसेंस भी निरस्त कर दिए जाएंगे। 15 फरवरी से अभियान चलाकर दुकानों का निरीक्षण होगा। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि जिन व्यापारियों को क्यूआर कोड लेने में असुविधा हो रही है उनके लिए कार्यालय के मीटिंग हाल में सोमवार से क्यूआर कोड बनाकर उपलब्ध करवाने की व्यवस्था भी विभाग द्वारा की गई है।
उर्वरक विक्रेता उनके कार्यालय में आकर संपर्क करके क्यूआर कोड बनवा सकते हैं। उन्होंने व्यापारियों को स्पष्ट रूप से कहा है कि क्यूआर कोड न होने की स्थिति में कार्रवाई के लिए तैयार रहें। शासन स्तर से मिल रहे निर्देशों के क्रम में यह अभियान चलाया जा रहा है।
 रिपोर्ट- अशोक सागर "BTv9 NEWS" 

!! BTv9 NEWS !!Google का नया फीचर रखेगा हेल्थ का ध्यान, जानिए पूरा तरीका

⁷गूगल के नए फीचर में अब लोग अपने हार्ट रेट के बारे में भी पता लगा सकते हैं। दरअसल, कम्पनी अपने युजर्स के लिए नए नए फीचर्स लॉन्च करती रहती है। इसी के अंतर्गत अब गूगल अपने युजर्स के लिए हार्ट रेट और रेस्पिरेटरी मॉनिटर करने की सुविधा देने वाला है। यह फीचर इस महीने के आखिर तक सभी यूजर्स के लिए रोलआउट किया जाएगा।


ऐसे करेगा काम

जानकारी के मुताबिक, Google एक खास फीचर पर काम कर रही है और इस फीचर की मदद से यूजर्स अपने सेल फोन का उपयोग करके हार्ट रेट व श्वसन दर का माप सकेंगे। Google Fit आपको आपके फोन के कैमरे का उपयोग करके आपकी हार्ट रेट और श्वसन दर का मापने की अनुमति देगा। ये फीचर पिक्सल फोन के लिए गूगल फिट ऐप में उपलब्ध होंगे। जिसे अधिक एंड्राइड डिवाइसेज में एक्सपेंड करने की योजना है।


श्वास संबंधी गतिविधी (respiratory rate) को बताने के लिए कंपनी छाती के फुलाव पर भी ध्यान देगी। जैसे कैमरे के सामने खड़े व्यक्ति की सांस लेने पर छाती कितनी फूलती है और छोड़ने पर कितनी अंदर जाती है। इसके बाद वह इस डाटा को एनालाइज करेगी और यूजर्स को जानकारी देगी। यह गणना इतनी तेजी से होगी कि यूजर्स को बहुत ही कम समय में इसकी जानकारी मिल सकेगी।

हार्टबीट का ऐसे लगेगा पता

गूगल की माने तो फोन के लेंस पर ग्राहकों को अपनी उंगली रखनी होगी। इसके बाद त्वचा का रंग बदलेगा। इसी के आधार पर कैमरा यह पता लगा सकेगा कि आपकी हार्टबीट कितनी है। इसी के साथ आप पल्स रेट को भी नाप सकेंगे। बता दें कि यह ऐप आपको गोल्स को अचीव करने के तरीके को भी बताता है।

अशोक सागर  - BTv9 NEWS

Thursday, February 4, 2021

BTv9 NEWS

आज चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव के शुभारंभ के अवसर पर जिला कारागार के लाहिड़ी उद्यान में स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानियों को जनपद के  DM साहब  , 
वा मा. प्रभारी मंत्री जी श्री सिद्धार्थनाथ सिंह जी व जिलाध्यक्ष श्री सूर्य नारायण तिवारी जी के साथ श्रद्धासुमन अर्पित किए। 
सागर , BTV 9NEWS 

!!BTv9NEWS!! ऊर्जा फाउंडेशन ने दी शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि

बुन्देलखंड में झाँसी के बरुआसागर में ऊर्जा फाउंडेशन के में ऊर्जा फाउंडेशन में चोरी चोरा कांड में शहीदो को भाव पूर्ण श्रद्धांजलि दी। 
ऊर्जा फाउंडेशन के बच्चों ने मार्च निकाल कर दी श्रद्धांजलि और गाया राष्ट्रीय गीत "वन्दे मातरम " तथा लगाए भारत माता की जय के नारे। इस कार्यक्रम की अध्यक्ष राशि साहू ने बच्चों को बताया चोरी चोरा घटना के बारे में और कहा की खेल के साथ साथ हमें अपने देश के वीरता पूर्ण इतिहास एवं शिक्षा पर भी विशेष ध्यान देना है जिससे सभी का  शारीरिक और मानसिक दोनों विकास हो। 
इसी क्रम में ऊर्जा फाउंडेशन के ट्रैनर धर्मेंद्र कुमार रजक ने भी कहा की  चौरी चौरा कांड 4 फरवरी 1922 को ब्रिटिश भारत में संयुक्त राज्य के गोरखपुर जिले के चौरी चौरा नामक स्थान पर हुई घटना जब असहयोग आंदोलन में भाग लेने वाले प्रदर्शनकारियों का एक बड़ा समूह ब्रिटिश पुलिस से अपने हक के लिए भिड़ गया था। जवाबी कार्रवाई में प्रदर्शनकारियों ने हमला किया और एक पुलिस स्टेशन में आग लगा दी थी, जिससे उनके सभी कब्जेधारी मारे गए। इस घटना के कारण तीन नागरिकों और 22 पुलिसकर्मियों की मौत हुई थी। महात्मा गांधी, जो हिंसा के सख्त खिलाफ थे इस घटना के प्रत्यक्ष परिणाम के रूप में 12 फरवरी 1922 को राष्ट्रीय स्तर पर असहयोग आंदोलन को रोक दिया था। इसी क्रम में ट्रैनर पवन कुमार प्रजापति ने भी बच्चों को चोरी चोरा कांड के साथ योगा और अनुशासन में रहने की दी प्रेरणा कार्यक्रम का संचालक ट्रैनर अजय सेन ने किया इस कार्यक्रम में धर्मेंद्र साहू,महेंद्र प्रजापति, हिमांशु रजक, एवं ऊर्जा फाउंडेशन की समस्त टीम उपस्थित रही|कार्यक्रम के अंत में ऊर्जा फाउंडेशन की अध्यक्षा राशि साहू ने उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया

रिपोर्टर- आंनद साहू Btv9News 

Wednesday, February 3, 2021

!! Btv9NEWS !! बेटे ने बाप को ही काट डाला

गोंडा। दत्तनगर विसेन गांव में मंगलवार रात एक युवक ने एक हजार रुपये न देने पर पिता को कुल्हाड़ी से काट डाला। हत्या को लूट का रूप देने के लिए आरोपी बेटे ने अपने चाचा को फोन करके बताया कि घर लूट के इरादे से घुसे बदमाशों ने पिता की हत्या कर दी है।
लूट के दौरान हत्या की सूचना पर पहुंची ने पड़ताल की तो पता चला कि पैसों को लेकर पिता-पुत्र में विवाद हुआ था। शक के आधार पर पुलिस ने बेटे को उठा लिया और पूछताछ की तो वह टूट गया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया। 
पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि कोतवाली नगर में दत्तनगर विसेन के रहने वाले ईश्वरदीन (61) की मंगलवार की देर रात कुल्हाड़ी से मारकर हत्या की दी गई। पुलिस का सूचना मिली कि लूट के दौरान बदमाशों ने ईश्वरदीन की हत्या कर दी और फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो ईश्वरदीन के बेटे पर शक की सुई घूम गई।
पुलिस ने शक के आधार पर उसके बेटे सुकई को उठा लिया। पूछताछ के दौरान वह टूट गया और पुलिस को बताया कि उसके पिता ने पेंशन के 38 हजार रुपये निकाले थे। वह एक हजार रुपये पिता से मांग रहा था।
मगर सुकई के पिता ने रुपये देने से इनकार कर दिया। इससे सुकई ने कुल्हाड़ी से मारकर पिता ईश्वरदीन की हत्या कर दी। एसपी के मुताबिक सुकई ने बताया कि पिता की हत्या करने के बाद अपने चाचा को फोन करके बताया कि लूट के इरादे से कुछ बदमाश घर में घुस आए थे।
बदमाशों ने उसके पिता की हत्या कर दी है। एसपी ने बताया कि आरोपी सुकई की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी बरामद कर ली गई है। बताया कि आरोपी को अदालत के समक्ष पेश किया गया। जहां से उसे 14 दिनों की रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
क्राइम रिपोर्टर -राजेश गौतम गोंडा !! BTV9 NEWS !!

Tuesday, February 2, 2021

कहानी कफ़न मुन्शी प्रेम चंद्र

झोपड़े के द्वार पर बाप और बेटा दोनों एक बुझे हुए अलाव के सामने चुपचाप बैठे हुए हैं और अन्दर बेटे की जवान बीबी बुधिया प्रसव-वेदना में पछाड़ खा रही थी। रह-रहकर उसके मुँह से ऐसी दिल हिला देने वाली आवाज़ निकलती थी, कि दोनों कलेजा थाम लेते थे। जाड़ों की रात थी, प्रकृति सन्नाटे में डूबी हुई, सारा गाँव अन्धकार में लय हो गया था।

घीसू ने कहा-मालूम होता है, बचेगी नहीं। सारा दिन दौड़ते हो गया, जा देख तो आ।

माधव चिढक़र बोला-मरना ही तो है जल्दी मर क्यों नहीं जाती? देखकर क्या करूँ?

‘तू बड़ा बेदर्द है बे! साल-भर जिसके साथ सुख-चैन से रहा, उसी के साथ इतनी बेवफाई!’

‘तो मुझसे तो उसका तड़पना और हाथ-पाँव पटकना नहीं देखा जाता।’

चमारों का कुनबा था और सारे गाँव में बदनाम। घीसू एक दिन काम करता तो तीन दिन आराम करता। माधव इतना काम-चोर था कि आध घण्टे काम करता तो घण्टे भर चिलम पीता। इसलिए उन्हें कहीं मजदूरी नहीं मिलती थी। घर में मुठ्ठी-भर भी अनाज मौजूद हो, तो उनके लिए काम करने की कसम थी। जब दो-चार फाके हो जाते तो घीसू पेड़ पर चढक़र लकडिय़ाँ तोड़ लाता और माधव बाज़ार से बेच लाता और जब तक वह पैसे रहते, दोनों इधर-उधर मारे-मारे फिरते। गाँव में काम की कमी न थी। किसानों का गाँव था, मेहनती आदमी के लिए पचास काम थे। मगर इन दोनों को उसी वक्त बुलाते, जब दो आदमियों से एक का काम पाकर भी सन्तोष कर लेने के सिवा और कोई चारा न होता। अगर दोनो साधु होते, तो उन्हें सन्तोष और धैर्य के लिए, संयम और नियम की बिलकुल जरूरत न होती। यह तो इनकी प्रकृति थी। विचित्र जीवन था इनका! घर में मिट्टी के दो-चार बर्तन के सिवा कोई सम्पत्ति नहीं। फटे चीथड़ों से अपनी नग्नता को ढाँके हुए जिये जाते थे। संसार की चिन्ताओं से मुक्त कर्ज़ से लदे हुए। गालियाँ भी खाते, मार भी खाते, मगर कोई गम नहीं। दीन इतने कि वसूली की बिलकुल आशा न रहने पर भी लोग इन्हें कुछ-न-कुछ कर्ज़ दे देते थे। मटर, आलू की फसल में दूसरों के खेतों से मटर या आलू उखाड़ लाते और भून-भानकर खा लेते या दस-पाँच ऊख उखाड़ लाते और रात को चूसते। घीसू ने इसी आकाश-वृत्ति से साठ साल की उम्र काट दी और माधव भी सपूत बेटे की तरह बाप ही के पद-चिह्नों पर चल रहा था, बल्कि उसका नाम और भी उजागर कर रहा था। इस वक्त भी दोनों अलाव के सामने बैठकर आलू भून रहे थे, जो कि किसी खेत से खोद लाये थे। घीसू की स्त्री का तो बहुत दिन हुए, देहान्त हो गया था। माधव का ब्याह पिछले साल हुआ था। जब से यह औरत आयी थी, उसने इस ख़ानदान में व्यवस्था की नींव डाली थी और इन दोनों बे-गैरतों का दोजख भरती रहती थी। जब से वह आयी, यह दोनों और भी आरामतलब हो गये थे। बल्कि कुछ अकडऩे भी लगे थे। कोई कार्य करने को बुलाता, तो निब्र्याज भाव से दुगुनी मजदूरी माँगते। वही औरत आज प्रसव-वेदना से मर रही थी और यह दोनों इसी इन्तजार में थे कि वह मर जाए, तो आराम से सोयें।

घीसू ने आलू निकालकर छीलते हुए कहा-जाकर देख तो, क्या दशा है उसकी? चुड़ैल का फिसाद होगा, और क्या? यहाँ तो ओझा भी एक रुपया माँगता है!

माधव को भय था, कि वह कोठरी में गया, तो घीसू आलुओं का बड़ा भाग साफ़ कर देगा। बोला-मुझे वहाँ जाते डर लगता है।

‘डर किस बात का है, मैं तो यहाँ हूँ ही।’

‘तो तुम्हीं जाकर देखो न?’

‘मेरी औरत जब मरी थी, तो मैं तीन दिन तक उसके पास से हिला तक नहीं; और फिर मुझसे लजाएगी कि नहीं? जिसका कभी मुँह नहीं देखा, आज उसका उघड़ा हुआ बदन देखूँ! उसे तन की सुध भी तो न होगी? मुझे देख लेगी तो खुलकर हाथ-पाँव भी न पटक सकेगी!’

‘मैं सोचता हूँ कोई बाल-बच्चा हुआ, तो क्या होगा? सोंठ, गुड़, तेल, कुछ भी तो नहीं है घर में!’

‘सब कुछ आ जाएगा। भगवान् दें तो! जो लोग अभी एक पैसा नहीं दे रहे हैं, वे ही कल बुलाकर रुपये देंगे। मेरे नौ लड़के हुए, घर में कभी कुछ न था; मगर भगवान् ने किसी-न-किसी तरह बेड़ा पार ही लगाया।’

जिस समाज में रात-दिन मेहनत करने वालों की हालत उनकी हालत से कुछ बहुत अच्छी न थी, और किसानों के मुकाबले में वे लोग, जो किसानों की दुर्बलताओं से लाभ उठाना जानते थे, कहीं ज़्यादा सम्पन्न थे, वहाँ इस तरह की मनोवृत्ति का पैदा हो जाना कोई अचरज की बात न थी। हम तो कहेंगे, घीसू किसानों से कहीं ज़्यादा विचारवान् था और किसानों के विचार-शून्य समूह में शामिल होने के बदले बैठकबाजों की कुत्सित मण्डली में जा मिला था। हाँ, उसमें यह शक्ति न थी, कि बैठकबाजों के नियम और नीति का पालन करता। इसलिए जहाँ उसकी मण्डली के और लोग गाँव के सरगना और मुखिया बने हुए थे, उस पर सारा गाँव उँगली उठाता था। फिर भी उसे यह तसकीन तो थी ही कि अगर वह फटेहाल है तो कम-से-कम उसे किसानों की-सी जी-तोड़ मेहनत तो नहीं करनी पड़ती, और उसकी सरलता और निरीहता से दूसरे लोग बेजा फ़ायदा तो नहीं उठाते! दोनों आलू निकाल-निकालकर जलते-जलते खाने लगे। कल से कुछ नहीं खाया था। इतना सब्र न था कि ठण्डा हो जाने दें। कई बार दोनों की जबानें जल गयीं। छिल जाने पर आलू का बाहरी हिस्सा जबान, हलक और तालू को जला देता था और उस अंगारे को मुँह में रखने से ज़्यादा खैरियत इसी में थी कि वह अन्दर पहुँच जाए। वहाँ उसे ठण्डा करने के लिए काफ़ी सामान थे। इसलिए दोनों जल्द-जल्द निगल जाते। हालाँकि इस कोशिश में उनकी आँखों से आँसू निकल आते।

घीसू को उस वक्त ठाकुर की बरात याद आयी, जिसमें बीस साल पहले वह गया था। उस दावत में उसे जो तृप्ति मिली थी, वह उसके जीवन में एक याद रखने लायक़ बात थी, और आज भी उसकी याद ताजी थी, बोला-वह भोज नहीं भूलता। तब से फिर उस तरह का खाना और भरपेट नहीं मिला। लडक़ी वालों ने सबको भर पेट पूडिय़ाँ खिलाई थीं, सबको! छोटे-बड़े सबने पूडिय़ाँ खायीं और असली घी की! चटनी, रायता, तीन तरह के सूखे साग, एक रसेदार तरकारी, दही, चटनी, मिठाई, अब क्या बताऊँ कि उस भोज में क्या स्वाद मिला, कोई रोक-टोक नहीं थी, जो चीज़ चाहो, माँगो, जितना चाहो, खाओ। लोगों ने ऐसा खाया, ऐसा खाया, कि किसी से पानी न पिया गया। मगर परोसने वाले हैं कि पत्तल में गर्म-गर्म, गोल-गोल सुवासित कचौडिय़ाँ डाल देते हैं। मना करते हैं कि नहीं चाहिए, पत्तल पर हाथ रोके हुए हैं, मगर वह हैं कि दिये जाते हैं। और जब सबने मुँह धो लिया, तो पान-इलायची भी मिली। मगर मुझे पान लेने की कहाँ सुध थी? खड़ा हुआ न जाता था। चटपट जाकर अपने कम्बल पर लेट गया। ऐसा दिल-दरियाव था वह ठाकुर!

माधव ने इन पदार्थों का मन-ही-मन मजा लेते हुए कहा-अब हमें कोई ऐसा भोज नहीं खिलाता।

‘अब कोई क्या खिलाएगा? वह जमाना दूसरा था। अब तो सबको किफायत सूझती है। सादी-ब्याह में मत खर्च करो, क्रिया-कर्म में मत खर्च करो। पूछो, गरीबों का माल बटोर-बटोरकर कहाँ रखोगे? बटोरने में तो कमी नहीं है। हाँ, खर्च में किफायत सूझती है!’

‘तुमने एक बीस पूरियाँ खायी होंगी?’

‘बीस से ज़्यादा खायी थीं!’

‘मैं पचास खा जाता!’

‘पचास से कम मैंने न खायी होंगी। अच्छा पका था। तू तो मेरा आधा भी नहीं है।’

आलू खाकर दोनों ने पानी पिया और वहीं अलाव के सामने अपनी धोतियाँ ओढ़कर पाँव पेट में डाले सो रहे। जैसे दो बड़े-बड़े अजगर गेंडुलिया मारे पड़े हों।

और बुधिया अभी तक कराह रही थी।

2

सबेरे माधव ने कोठरी में जाकर देखा, तो उसकी स्त्री ठण्डी हो गयी थी। उसके मुँह पर मक्खियाँ भिनक रही थीं। पथराई हुई आँखें ऊपर टँगी हुई थीं। सारी देह धूल से लथपथ हो रही थी। उसके पेट में बच्चा मर गया था।

माधव भागा हुआ घीसू के पास आया। फिर दोनों जोर-जोर से हाय-हाय करने और छाती पीटने लगे। पड़ोस वालों ने यह रोना-धोना सुना, तो दौड़े हुए आये और पुरानी मर्यादा के अनुसार इन अभागों को समझाने लगे।

मगर ज़्यादा रोने-पीटने का अवसर न था। कफ़न की और लकड़ी की फ़िक्र करनी थी। घर में तो पैसा इस तरह गायब था, जैसे चील के घोंसले में माँस?

बाप-बेटे रोते हुए गाँव के जमींदार के पास गये। वह इन दोनों की सूरत से नफ़रत करते थे। कई बार इन्हें अपने हाथों से पीट चुके थे। चोरी करने के लिए, वादे पर काम पर न आने के लिए। पूछा-क्या है बे घिसुआ, रोता क्यों है? अब तो तू कहीं दिखलाई भी नहीं देता! मालूम होता है, इस गाँव में रहना नहीं चाहता।

घीसू ने ज़मीन पर सिर रखकर आँखों में आँसू भरे हुए कहा-सरकार! बड़ी विपत्ति में हूँ। माधव की घरवाली रात को गुजर गयी। रात-भर तड़पती रही सरकार! हम दोनों उसके सिरहाने बैठे रहे। दवा-दारू जो कुछ हो सका, सब कुछ किया, मुदा वह हमें दगा दे गयी। अब कोई एक रोटी देने वाला भी न रहा मालिक! तबाह हो गये। घर उजड़ गया। आपका ग़ुलाम हूँ, अब आपके सिवा कौन उसकी मिट्टी पार लगाएगा। हमारे हाथ में तो जो कुछ था, वह सब तो दवा-दारू में उठ गया। सरकार ही की दया होगी, तो उसकी मिट्टी उठेगी। आपके सिवा किसके द्वार पर जाऊँ।

जमींदार साहब दयालु थे। मगर घीसू पर दया करना काले कम्बल पर रंग चढ़ाना था। जी में तो आया, कह दें, चल, दूर हो यहाँ से। यों तो बुलाने से भी नहीं आता, आज जब गरज पड़ी तो आकर खुशामद कर रहा है। हरामखोर कहीं का, बदमाश! लेकिन यह क्रोध या दण्ड देने का अवसर न था। जी में कुढ़ते हुए दो रुपये निकालकर फेंक दिए। मगर सान्त्वना का एक शब्द भी मुँह से न निकला। उसकी तरफ ताका तक नहीं। जैसे सिर का बोझ उतारा हो।

जब जमींदार साहब ने दो रुपये दिये, तो गाँव के बनिये-महाजनों को इनकार का साहस कैसे होता? घीसू जमींदार के नाम का ढिंढोरा भी पीटना जानता था। किसी ने दो आने दिये, किसी ने चारे आने। एक घण्टे में घीसू के पास पाँच रुपये की अच्छी रकम जमा हो गयी। कहीं से अनाज मिल गया, कहीं से लकड़ी। और दोपहर को घीसू और माधव बाज़ार से कफ़न लाने चले। इधर लोग बाँस-वाँस काटने लगे।

गाँव की नर्मदिल स्त्रियाँ आ-आकर लाश देखती थीं और उसकी बेकसी पर दो बूँद आँसू गिराकर चली जाती थीं।

3

बाज़ार में पहुँचकर घीसू बोला-लकड़ी तो उसे जलाने-भर को मिल गयी है, क्यों माधव!

माधव बोला-हाँ, लकड़ी तो बहुत है, अब कफ़न चाहिए।

‘तो चलो, कोई हलका-सा कफ़न ले लें।’

‘हाँ, और क्या! लाश उठते-उठते रात हो जाएगी। रात को कफ़न कौन देखता है?’

‘कैसा बुरा रिवाज है कि जिसे जीते जी तन ढाँकने को चीथड़ा भी न मिले, उसे मरने पर नया कफ़न चाहिए।’

‘कफ़न लाश के साथ जल ही तो जाता है।’

‘और क्या रखा रहता है? यही पाँच रुपये पहले मिलते, तो कुछ दवा-दारू कर लेते।’

दोनों एक-दूसरे के मन की बात ताड़ रहे थे। बाज़ार में इधर-उधर घूमते रहे। कभी इस बजाज की दूकान पर गये, कभी उसकी दूकान पर! तरह-तरह के कपड़े, रेशमी और सूती देखे, मगर कुछ जँचा नहीं। यहाँ तक कि शाम हो गयी। तब दोनों न जाने किस दैवी प्रेरणा से एक मधुशाला के सामने जा पहुँचे। और जैसे किसी पूर्व निश्चित व्यवस्था से अन्दर चले गये। वहाँ जरा देर तक दोनों असमंजस में खड़े रहे। फिर घीसू ने गद्दी के सामने जाकर कहा-साहूजी, एक बोतल हमें भी देना।

उसके बाद कुछ चिखौना आया, तली हुई मछली आयी और दोनों बरामदे में बैठकर शान्तिपूर्वक पीने लगे।

कई कुज्जियाँ ताबड़तोड़ पीने के बाद दोनों सरूर में आ गये।

घीसू बोला-कफ़न लगाने से क्या मिलता? आखिर जल ही तो जाता। कुछ बहू के साथ तो न जाता।

माधव आसमान की तरफ देखकर बोला, मानों देवताओं को अपनी निष्पापता का साक्षी बना रहा हो-दुनिया का दस्तूर है, नहीं लोग बाँभनों को हजारों रुपये क्यों दे देते हैं? कौन देखता है, परलोक में मिलता है या नहीं!

‘बड़े आदमियों के पास धन है, फ़ूँके। हमारे पास फूँकने को क्या है?’

‘लेकिन लोगों को जवाब क्या दोगे? लोग पूछेंगे नहीं, कफ़न कहाँ है?’

घीसू हँसा-अबे, कह देंगे कि रुपये कमर से खिसक गये। बहुत ढूँढ़ा, मिले नहीं। लोगों को विश्वास न आएगा, लेकिन फिर वही रुपये देंगे।

माधव भी हँसा-इस अनपेक्षित सौभाग्य पर। बोला-बड़ी अच्छी थी बेचारी! मरी तो खूब खिला-पिलाकर!

आधी बोतल से ज़्यादा उड़ गयी। घीसू ने दो सेर पूडिय़ाँ मँगाई। चटनी, अचार, कलेजियाँ। शराबखाने के सामने ही दूकान थी। माधव लपककर दो पत्तलों में सारे सामान ले आया। पूरा डेढ़ रुपया खर्च हो गया। सिर्फ थोड़े से पैसे बच रहे।

दोनों इस वक्त इस शान में बैठे पूडिय़ाँ खा रहे थे जैसे जंगल में कोई शेर अपना शिकार उड़ा रहा हो। न जवाबदेही का खौफ था, न बदनामी की फ़िक्र। इन सब भावनाओं को उन्होंने बहुत पहले ही जीत लिया था।

घीसू दार्शनिक भाव से बोला-हमारी आत्मा प्रसन्न हो रही है तो क्या उसे पुन्न न होगा?

माधव ने श्रद्धा से सिर झुकाकर तसदीक़ की-जरूर-से-जरूर होगा। भगवान्, तुम अन्तर्यामी हो। उसे बैकुण्ठ ले जाना। हम दोनों हृदय से आशीर्वाद दे रहे हैं। आज जो भोजन मिला वह कभी उम्र-भर न मिला था।

एक क्षण के बाद माधव के मन में एक शंका जागी। बोला-क्यों दादा, हम लोग भी एक-न-एक दिन वहाँ जाएँगे ही?

घीसू ने इस भोले-भाले सवाल का कुछ उत्तर न दिया। वह परलोक की बातें सोचकर इस आनन्द में बाधा न डालना चाहता था।

‘जो वहाँ हम लोगों से पूछे कि तुमने हमें कफ़न क्यों नहीं दिया तो क्या कहोगे?’

‘कहेंगे तुम्हारा सिर!’

‘पूछेगी तो जरूर!’

‘तू कैसे जानता है कि उसे कफ़न न मिलेगा? तू मुझे ऐसा गधा समझता है? साठ साल क्या दुनिया में घास खोदता रहा हूँ? उसको कफ़न मिलेगा और बहुत अच्छा मिलेगा!’

माधव को विश्वास न आया। बोला-कौन देगा? रुपये तो तुमने चट कर दिये। वह तो मुझसे पूछेगी। उसकी माँग में तो सेंदुर मैंने डाला था।

‘कौन देगा, बताते क्यों नहीं?’

‘वही लोग देंगे, जिन्होंने अबकी दिया। हाँ, अबकी रुपये हमारे हाथ न आएँगे।’

‘ज्यों-ज्यों अँधेरा बढ़ता था और सितारों की चमक तेज होती थी, मधुशाला की रौनक भी बढ़ती जाती थी। कोई गाता था, कोई डींग मारता था, कोई अपने संगी के गले लिपटा जाता था। कोई अपने दोस्त के मुँह में कुल्हड़ लगाये देता था।

वहाँ के वातावरण में सरूर था, हवा में नशा। कितने तो यहाँ आकर एक चुल्लू में मस्त हो जाते थे। शराब से ज़्यादा यहाँ की हवा उन पर नशा करती थी। जीवन की बाधाएँ यहाँ खींच लाती थीं और कुछ देर के लिए यह भूल जाते थे कि वे जीते हैं या मरते हैं। या न जीते हैं, न मरते हैं।

और यह दोनों बाप-बेटे अब भी मजे ले-लेकर चुसकियाँ ले रहे थे। सबकी निगाहें इनकी ओर जमी हुई थीं। दोनों कितने भाग्य के बली हैं! पूरी बोतल बीच में है।

भरपेट खाकर माधव ने बची हुई पूडिय़ों का पत्तल उठाकर एक भिखारी को दे दिया, जो खड़ा इनकी ओर भूखी आँखों से देख रहा था। और देने के गौरव, आनन्द और उल्लास का अपने जीवन में पहली बार अनुभव किया।

घीसू ने कहा-ले जा, खूब खा और आशीर्वाद दे! जिसकी कमाई है, वह तो मर गयी। मगर तेरा आशीर्वाद उसे ज़रूर पहुँचेगा। रोयें-रोयें से आशीर्वाद दो, बड़ी गाढ़ी कमाई के पैसे हैं!

माधव ने फिर आसमान की तरफ देखकर कहा-वह बैकुण्ठ में जाएगी दादा, बैकुण्ठ की रानी बनेगी।

घीसू खड़ा हो गया और जैसे उल्लास की लहरों में तैरता हुआ बोला-हाँ, बेटा बैकुण्ठ में जाएगी। किसी को सताया नहीं, किसी को दबाया नहीं। मरते-मरते हमारी ज़िन्दगी की सबसे बड़ी लालसा पूरी कर गयी। वह न बैकुण्ठ जाएगी तो क्या ये मोटे-मोटे लोग जाएँगे, जो गरीबों को दोनों हाथों से लूटते हैं, और अपने पाप को धोने के लिए गंगा में नहाते हैं और मन्दिरों में जल चढ़ाते हैं?

श्रद्धालुता का यह रंग तुरन्त ही बदल गया। अस्थिरता नशे की ख़ासियत है। दु:ख और निराशा का दौरा हुआ।

माधव बोला-मगर दादा, बेचारी ने ज़िन्दगी में बड़ा दु:ख भोगा। कितना दु:ख झेलकर मरी!

वह आँखों पर हाथ रखकर रोने लगा। चीखें मार-मारकर।

घीसू ने समझाया-क्यों रोता है बेटा, खुश हो कि वह माया-जाल से मुक्त हो गयी, जंजाल से छूट गयी। बड़ी भाग्यवान थी, जो इतनी जल्द माया-मोह के बन्धन तोड़ दिये।

और दोनों खड़े होकर गाने लगे- ‘ठगिनी क्यों नैना झमकावे! ठगिनी।

पियक्कड़ों की आँखें इनकी ओर लगी हुई थीं और यह दोनों अपने दिल में मस्त गाये जाते थे। फिर दोनों नाचने लगे। उछले भी, कूदे भी। गिरे भी, मटके भी। भाव भी बताये, अभिनय भी किये। और आखिर नशे में मदमस्त होकर वहीं गिर पड़े।

C/P

ASHOK SAGAR -  B TV9 NEWS 

दुनिया के पांच ऐसे रोचक तथ्य, जिनके बारे में शायद ही जानते होंगे आप

यह दुनिया जितनी खूबसूरत है, उतनी ही रोचक भी है। आपने इस दुनिया से जुड़े कई ऐसे रोचक तथ्यों के बारे में सुना होगा, जो लोगों को हैरान कर देते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे जानने के बाद शायद आप उसपर यकीन करने से पहले कई बार सोचेंगे। 

1- मेघालय में एक नदी है 'उमंगोट नदी', जिसे भारत की सबसे साफ नदी कहा जाता है। यह नदी मावल्यान्नांग गांव के पास है, जिसे एशिया का सबसे स्वच्छ गांव कहा जाता है। गांव में करीब 300 घर हैं और सभी मिलकर इस नदी की साफ-सफाई करते हैं। सबसे खास बात ये है कि इस नदी में गंदगी फैलाने पर लोगों से 5000 रुपये तक का जुर्माना वसूला जाता है। 
2- नामीबिया में एक ऐसी जगह है, जहां अटलांटिक महासागर यहां के वेस्ट कोस्ट रेगिस्तान से मिलता है। यह दुनिया का सबसे पुराना रेगिस्तान है, जो करीब साढ़े पांच करोड़ साल से भी ज्यादा पुराना है। खास बात ये है कि यहां दिखने वाले रेत के टीले पूरी दुनिया में सबसे बड़े हैं।  
3- दुनियाभर में पीने के पानी की किल्लत कितनी ज्यादा है, ये तो जगजाहिर है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर वो कौन सा देश है, जहां दुनिया में सबसे ज्यादा पीने लायक पानी है? अगर नहीं, तो हम आपको बता दें कि इस देश का नाम है ब्राजील, जहां नवीकरणीय जल संसाधनों की उच्चतम मात्रा है, जो कुल 8,233 घन किलोमीटर है। 
4- आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि नोट कागज के बनते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि नोट कागज के नहीं बल्कि कपास के बनते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि कपास कागज की तुलना में अधिक मजबूत होते हैं और वो जल्दी फटते नहीं हैं। 
5-महाराष्ट्र का राजकीय पक्षी हरियल एक ऐसा पक्षी है, जो कभी धरती पर अपना पैर नहीं रखता। इन्हें ऊंचे-ऊंचे पेड़ वाले जंगल पसंद हैं। हरियल पक्षी अक्सर अपना घोंसला पीपल और बरगद के पेड़ पर बनाना पसंद करते हैं। ये सामाजिक प्राणी हैं और अधिकतर झुंड में ही पाए जाते हैं। 

अशोक सागर   BTV9 NEWS 

Monday, February 1, 2021

जन अधिकार पार्टी ने उपजिलाधिकारी मोंठ को सौंपा ज्ञापन



मोंठ झांसी- आज जिला झांसी  के 225- गरौठा विधानसभा में आज दिनांक-01/02/2021 को  बाबूसिंह कुशवाहा (राष्ट्रीय अध्यक्ष ) जी के दिशा-निर्देश पर जन अधिकार पार्टी एवं भागीदारी संकल्प मोर्चा के तत्वावधान में  केन्द्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानून के खिलाफ महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम उपजिलाधिकारी महोदय मोंठ को ज्ञापन सौंपा गया।
किसान एकता जिंदाबाद किसानों के सम्मान में बाबूसिंह कुशवाहा मैदान में
जन अधिकार पार्टी जिंदाबाद
भागीदारी संकल्प मोर्चा जिंदाबाद बाबूसिंह कुशवाहा जिंदाबाद जिंदाबाद ज्ञापन में शिवकुमार जिला उपाध्यक्ष झांसी,पुष्पेंद्र कुमार विधानसभा अध्यक्ष गरौठा,नारायण दास प्रजापति विधानसभा महासचिव गरौठा,महेश पाल विधानसभा सचिव गरौठा,कृष्ण बिहारी जिला संगठन मंत्री,दीपक सिंह वि.स. सचिव गरौठा,प्रमोद कुमार वरिष्ठ उपाध्यक्ष गरौठा,कृपाल सिंह अमरा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गरौठा,महेश कुशवाहा नगर प्रभारी मोंठ,लक्ष्मन साहू  संभावित प्रत्याशी वार्ड नं.-4 (सेमरी),नरेश कुमार झां छपार,अजय कुमार छपार, उदय पाल बकुवां,भगवान सिंह, पुष्पेंद्र कुशवाहा पसैया, दिगपाल कुशवाहा पसैया,विवेक, राकेश,कुलदीप,शिवम अहिरवार, बेटी अहिरवार,रोशन सिंह कुशवाहा पसैया,द्वारका प्रसाद झां गढूका,उदय पाल सिंह दांगी गढूका
,रवि कुशवाहा पचोबई, रुपसिंह पचोबई, ब्रजेश कुमार कुम्हरार, सोनू कुशवाहा निमोनिया,करन सिंह निमोनिया,सुरेन्द्र सिंह निमोनिया,हीरालाल निमोनिया,पवन भरोसा,आत्माराम वुढावली, अतरसिंह लावन,पवन कुमार कुशवाहा पुलिया आदि लोग मौजूद रहे।

 रिपोर्ट- धर्मेंद्र कुशवाहा के साथ शीलेंद्र यादव
 !!BTV9 NEWS!!

सुल्तानपुरा को हराकर मोड़कला क्लब ने जीता फाइनल मैच

सुल्तानपुरा को हराकर मोड़कला क्लब ने जीता फाइनल मैच
 चिरगांव झांसी - आज जनपद झांसी के चिरगांव में आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट में मोड़कला की टीम ने अपना जबरदस्त प्रदर्शन दिखाकर सुल्तानपुरा क्लब टीम को पराजित कर जीत हासिल की।और वहीं मोड़कला टीम के खिलाड़ी राजा यादव ने जीत अच्छा प्रदर्शन दिखाया जिन्हें मैच का मैन ऑफ द मैच दिया गया तो वही अतिथियों द्वारा प्रथम विजेता टीम को 11,000 एवं द्वितीय टीम को 5100 रुपए एवं कैप्टन को शील्ड व सभी खिलाड़ियों को मेडल एंव जलपान देकर सम्मानित किया गया तो वहीं विजेता टीम के समर्थकों ने जमकर खुशी का जश्न मनाया और मोड़कला क्लब के कैप्टन पंकज यादव ने अपनी टीम को बधाई देते हुए खुशी के साथ धन्यवाद दिया विजेता टीम के खिलाड़ियों में पंकज यादव यशपाल कुशवाहा शीशपाल यादव शैलू यादव राहुल यादव तिलक परिहार निहाल परिहार करन कुशवाहा अंशुल राजपूत कुलदीप राजपूत अर्जुन कुशवाहा एवं राजा आदि लोग मौजूद रहे।

 चिरगांव रिपोर्ट- बृजेन्द्र कुशवाहा !!Btv9 NEWS!!

जिलाबदर अपराधी गिरफ्तार

जिलाबदर अपराधी 01 अदद अवैध तमंचा 12 बोर व एक जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार

थाना प्रभारी  विजय बहादुर सिंह मय हमराही टीम चौकी रमवापुर  प्रभारी उप निरीक्षक  सतीश चंद्र मिश्रा के   साथ क्षेत्र भ्रमण व एचएस निगरानी किया जा रहा था तभी मुखबिर की सूचना पर जिला बदर अपराधी रामलला वर्मा उर्फ लल्ला पुत्र स्वामीनाथ निवासी ग्राम मनिकापुर लालबोझी थाना नवीन मॉडर्न पुलिस थाना श्रावस्ती जनपद श्रावस्ती को ग्राम लालबोझी के निकट से गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से 01 अदद नाजायज तमंचा 12 बोर व 01 जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया।
अभियुक्त को 11.12.2020 में श्रीमान जिला मजिस्ट्रेट श्रावस्ती द्वारा जिला बदर अपराधी घोषित किया गया था। नोटिस निर्गत के बावजूद भी जनपद में निवास करते हुए पाया गया। जिसके विरुद्ध दिनांक 31.01.2021 को नवीन मॉडर्न पुलिस थाना श्रावस्ती पर मुकदमा अपराध संख्या 0005/2021 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट व  मुकदमा अपराध संख्या 0006/2021 धारा 3/ 10 उत्तर प्रदेश गुण्डा निवारण अधिनियम में अभियोग पंजीकृत कर जेल रवाना किया।

रिपोर्टर - प्रभाकर यादव गिलौला श्रावस्ती !!BTV9 NEWS!!

सेक्स से जुड़े 10 अजीब तथ्य

सेक्स से जुड़ी नई-नई बातें हर रोज ही सुनने को मिलती हैं। हम यहां पेश कर रहे हैं कुछ ऐसे तथ्य, जो अलग-अलग जगहों पर हुए रिसर्च के नतीजों का निचोड़ हैं। हालांकि ये सारी बातें सब पर लागू हों, जरूरी नहीं:
सबसे ज्यादा ट्रांससेक्सुअल पॉर्न स्ट्रेट मेल्स ही देखते हैं। यह फिलहाल इंटरनेट पॉर्न का चौथा सबसे ज्यादा देखा जाने वाला सेक्शन है। वहीं बाइसेक्सुल लोग इस मामले में दूसरे नंबर पर आते हैं।

पुरुषों को पसंद है पेनिस देखना
स्ट्रेट पुरुषों को भी पेनिस देखना पसंद है। जी हां, लेकिन इसमें एक पेंच भी है। दरअसल पुरुष पॉर्न साइट्स पर अक्सर पॉर्न स्टार के साथ अपने पेनिस के साइज की तुलना करते रहते हैं।

सेक्स लाइफ डालती है सैलरी पर असर
आपकी सेक्स लाइफ आपकी सैलरी पर भी प्रभाव डालती है। सर्वे में पाया गया है कि जिन लोगों का सेक्स जीवन संतोषजनक होता है उन्हें अक्सर बेटर सैलरी पर काम करने के अवसर प्राप्त होते हैं।

पॉर्न आपको उदार बनाता है
एक रिसर्च के अनुसार पॉर्न देखने वाले पुरुष महिलाओं के साथ बेहतर तरीके से पेश आते हैं। इसके अलावा ऐसे लोगों को गैर-पारंपरिक कपल्स जैसे कि गे या लेज्बियन कपल्स से भी कोई समस्या नहीं होती।

साइक्लिंग आपको नपुंसक बना सकती है
जी हां, गलत तरीके से साइक्लिंग करना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। हालांकि जिस प्रकार सारे स्मोक करने वालों को लंग कैंसर नहीं होता उसी तरह ये बात भी सब पर लागू नहीं होती। फिर भी, सावधानी ही बचाव है।

सैलरी बताती है प्रेफर्ड ब्रेस्ट साइज
आपकी सैलरी आपके द्वारा प्रेफर्ड ब्रेस्ट साइज को भी निर्धारित करती है। एक सर्वे में पाया गया कि जिनकी आमदनी कम थी उन्होंने बड़े ब्रेस्ट वाली महिलाओं को ज्यादा पसंद किया जबकी अमीर लोगों की पसंद छोटे ब्रेस्ट वाली महिलाएं थीं।

बड़े ब्रेस्ट वाली महिलाओं की मदद
हालांकि पुरुष किसी भी महिला की मदद कर खुशी ही अनुभव करेंगे पर ऐसा पाया गया है कि बड़े ब्रेस्ट वाली महिलाओं की मदद करने में पुरुषों को ज्यादा खुशी होती है।

जितना मोटा उतनी देर
हालांकि हम दिन रात जिम में पसीना बहाकर अपनी बॉडी को टोन्ड करने के चक्कर में पड़े रहते हैं पर बिस्तर में मोटे पुरुष ज्यादा देर तक टिकते हैं। हालांकि इसका यह मतलब नहीं कि कल से आप भी मोटे होने के तरीके ढूंढ़ने लगें।

सैलरी और परफॉर्मेंस
आपकी सैलरी बिस्तर में आपके परफॉर्मेंस को भी प्रभावित करती है। ऐसा पाया गया कि जो लोग ज्यादा सैलरी पाते हैं, वे अपनी पार्टनर को चरमसुख तक पहुंचाने में कहीं ज्यादा बार कामयाब होते हैं।

मंकी सेक्स से उत्तेजित होती हैं महिलाएं
महिलाओं को मंकी सेक्स खासा उत्तेजित करता है। एक सर्वे में पाया गया कि जिन महिलाओं को मंकी सेक्स का विडियो दिखाया गया, वे इसी प्रकार के प्रयोग में शामिल अन्य महिलाओं से कहीं ज्यादा उत्तेजित थीं।
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